बिग ब्रेकिंग: पटियाला हिंसा का मास्टरमाइंड कौन? देखे मामला
Big Breaking: Who is the mastermind of Patiala violence? see case
पटियाला। पटियाला हिंसा का मास्टरमाइंड बरजिंदर परवाना को पुलिस ने देर शाम गिरफ्तार कर लिया है। जिससे हिंसा के पीछे किसकी साजिश है सभी राज खुल जाएंगे। पटियाला रेंज के नए आईजी मुखविंदर सिंह छीना ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने 6 एफआईआर दर्ज की हैं। जिनमें 25 लोगों को नामजद किया गया है। इनमें से हरीश सिंगला, कुलदीप सिंह और दलजीत सिंह को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस पूरी हिंसा का मास्टरमाइंड सिख कट्टरपंथी बरजिंदर परवाना है, उसे भी देर शाम गिरफ्तार कर लिया गया है। अब उसकी गिरफ्तारी के बाद पूरी साजिश का पर्दाफाश हो जाएगा। उन्होंने बताया कि परवाना के खिलाफ भी पुलिस ने केस दर्ज किया है। उसका क्रिमिनल बैकग्राउंड है। उसके खिलाफ 4 केस दर्ज हैं। वह अरेस्ट भी हुआ और फिर जमानत पर आ गया। इसके अलावा खालिस्तान विरोधी मार्च निकालने वाले हरीश सिंगला को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।वहीं, हिंदू संगठनों ने मंदिर पर हमला करने वालों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।
इसे पहले शुक्रवार को खालिस्तान विरोधी मार्च में हुई हिंसा के अगले दिन शनिवार को पंजाब सरकार ने एक्शन लेते हुए पटियाला के आईजी राकेश अग्रवाल और एसएसपी नानक सिंह को हटा दिया है। अब मुखविंदर सिंह छीना नए आईजी और दीपक पारिख नए एसएसपी होंगे। सिटी एसपी को हटाकर वजीर सिंह खैहरा को लाया गया है। डीएसपी अशोक कुमार को भी हटा दिया गया है। इनके अलावा थाना लाहौरी गेट के एसएचओ गुरप्रीत सिंह और कोतवाली के एसएचओ बिक्रम सिंह को भी हटा दिया गया है। वहीं, दूसरी ओर हालात सुधरने के बाद मोबाइल इंटरनेट सर्विस बहाल कर दी गई है। पहले इसे शाम 6 बजे तक के लिए बंद किया गया था।
शिवसेना नेता हरीश सिंगला 2 दिन के पुलिस रिमांड पर
शिवसेना नेता हरीश सिंगला को कोर्ट ने 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। सिंगला ने ही खालिस्तान विरोधी मार्च की अगुआई की थी। जिसके विरोध पर सिख कट्टरपंथियों और शिवसेना के बीच टकराव के बाद पटियाला में हिंसा हुई। कोर्ट में पेशी के दौरान सिंगला ने पुलिस प्रशासन पर हालात संभालने में फेल होने के आरोप लगाए। फिलहाल पूरे मामले में अब पुलिस सिंगला से खालिस्तान विरोधी मार्च निकालने की पूरी कहानी उगलवाएगी।
पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया मामला
पंजाब में खुफिया एजेंसियों को यह तो पता था कि पन्नू की तरफ से 29 अप्रैल को खालिस्तान दिवस मनाया जा रहा है, लेकिन इसे लेकर शिव सैनिक विरोध मार्च पटियाला में निकालेंगे और वहां पर गर्मख्यालियों व शिव सैनिकों की क्या तैयारी है? कितने पुलिस बल की जरूरत होगी? कहां गर्मख्याली एकत्रित होंगे, इसको लेकर कोई इनपुट गृह विभाग को नहीं भेजा गया था। रूटीन की एडवाइजरी जारी की गई थी और इसे पटियाला की पुलिस ने गंभीरता से भी नहीं लिया।
समुदाय नहीं, भाजपा और अकाली दल का टकराव: मान
सीएम भगवंत मान ने कहा कि इस मामले में केस दर्ज हो चुका है। कुछ लोग अरेस्ट हुए हैं। हिंसा में भाजपा और शिवसेना के लोग थे। दूसरी तरफ अकाली दल के लोग थे। यह दो राजनीतिक दलों का टकराव था, इसे किसी धर्म या समुदाय से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जांच हो रही है, जल्द ही सब सबके सामने आएगा। पंजाब में आप की सरकार की लोकप्रियता से घबराकर विपक्षी दलों ने यह सब किया। मान ने हिंसा के दिन ही भाजपा के प्रदेश प्रधान अश्विनी शर्मा के काली माता मंदिर जाने पर भी सवाल खड़े किए।